PURAANIC SUBJECT INDEX पुराण विषय अनुक्रमणिका (Suvaha - Hlaadini) Radha Gupta, Suman Agarwal & Vipin Kumar
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Puraanic contexts of words like Stotra / prayer are given here. स्तेय स्कन्द ५.३.२०९.१७७(, द्र . कोशस्तेन, चोरी स्तोकहोम लक्ष्मीनारायण २.१६७.३९, २.१९६, स्तोत्र अग्नि ३१(पाप आदि के मार्जन हेतु अपामार्जन स्तोत्र), ४८(केशवादि स्तोत्र), १७१(पाप प्रणाशन स्तोत्र), १७२(पाप नाशक विष्णु स्तोत्र), २३७(सङ्ग्राम में जय हेतु श्री स्तोत्र), २७०(विष्णु पञ्जर स्तोत्र), कूर्म १.१२.२०७(सौम्य रूप के दर्शन पर हिमालय - कृत पार्वती स्तोत्र), १.३३(शङ्कुकर्ण द्वारा शिव स्तुति हेतु ब्रह्मपार स्तोत्र), २.३४.११२(रावण द्वारा सीता हरण पर सीता द्वारा अग्नि स्तोत्र), गणेश १.१३.३(ब्रह्मा, विष्णु, महेश द्वारा गणेश की स्तुति), १.४०.४२(गणेश की प्रसन्नता हेतु देवों द्वारा संकष्टनाशन स्तोत्र का पठन), १.४६.१(गणपति सहस्रनाम स्तोत्र), २.२१.६०(भ्रमरी राक्षसी के वध पर ऋषियों आदि द्वारा पठित गणेश स्तोत्र), २.३५.४( शौनक व औरव द्वारा पठित गणेश का कुजन्म नाशक स्तोत्र), २.५३.२७(काशिराज द्वारा गणेशलोक में गणेश दर्शन पर पठित स्तोत्र), २.९५.५(विश्वकर्मा द्वारा पार्वती हेतु पठित स्तोत्र), २.१०४.२(ब्रह्मा द्वारा गणेश की स्तुति, कारागृह आदि से मुक्ति हेतु स्तोत्र का विनियोग), गरुड १.१३(विष्णु पञ्जर स्तोत्र), १.३३(सुदर्शन चक्र स्तोत्र), १.८९(पत्नी हेतु कन्या प्राप्ति हेतु रुचि प्रजापति द्वारा कृत पितर स्तोत्र), १.२२४(शिव द्वारा नारद को कथित कुलामृत स्तोत्र), १.२२५(मार्कण्डेय - प्रोक्त मृत्यु अष्टक स्तोत्र), १.२२६(ब्रह्मा द्वारा नारद को कथित वासुदेव स्तोत्र), गर्ग १.२०(कृष्ण के मुख में ब्रह्माण्ड दर्शन पर दुर्वासा - कृत नन्दनन्दन स्तोत्र), ४.१७(सौभरि द्वारा मान्धाता को यमुना स्तोत्र का कथन), ८.११(बलराम स्तोत्र), देवीभागवत ८.८(इलावृत वर्ष में रुद्र - कृत संकर्षण स्तोत्र), ८.८(भद्राश्व वर्ष में भद्रश्रवा - कृत हयग्रीव स्तोत्र), ८.९(केतुमाल वर्ष में लक्ष्मी - कृत कामदेव रूपी हरि हेतु स्तोत्र), ८.९(हरिवर्ष में प्रह्लाद - कृत नृसिंह स्तोत्र), ८.९(रम्यक वर्ष में मनु - कृत मत्स्य रूपी हरि हेतु स्तोत्र), ८.१०(अर्यमा - कृत कच्छप रूप हेतु स्तोत्र), ८.१०(किम्पुरुष वर्ष में हनुमान - कृत राम स्तोत्र), ८.१०(उत्तरकुरु वर्ष में पृथ्वी - कृत वराह स्तोत्र), ८.२४(देवी स्तोत्र), ९.५(याज्ञवल्क्य - कृत सरस्वती स्तोत्र), ९.९(नारायण - कृत पृथिवी स्तोत्र), ९.१२(गङ्गा स्तोत्र), ९.२५(नारायण - कृत तुलसी स्तोत्र), ९.४२(इन्द्र - कृत महालक्ष्मी स्तोत्र), ९.४४(स्वधा स्तोत्र), ९.४५(यज्ञ - कृत दक्षिणा स्तोत्र), ९.४६(षष्ठी स्तोत्र), ९.४८(तक्षक की सर्प सत्र से रक्षा प्रसंग में इन्द्र - कृत मनसा देवी स्तोत्र), ९.५०(नारायण - कृत राधा स्तोत्र), १०.११(मधु व कैटभ के निग्रहार्थ ब्रह्मा - कृत देवी स्तोत्र), १२.५(गायत्री स्तोत्र), नारद १.२(नारद - कृत विष्णु स्तोत्र), १.४.८२(मृकण्डु - कृत विष्णु स्तोत्र), १.५.३६(मार्कण्डेय - कृत विष्णु स्तोत्र), १.१९.२१(ध्वजारोपण व्रत में विष्णु स्तोत्र), १.३८(गुलिक व्याध की मुक्ति पर उत्तङ्क - कृत विष्णु स्तोत्र), १.८३.१२८(सावित्री पञ्जर स्तोत्र), १.८९.११(मातृका देवी स्तोत्र), १.९१.२१७(शिव स्तोत्र), २.२९.३८(ब्रह्महत्या से मुक्ति पाने के लिए शिव द्वारा कृत विष्णु स्तोत्र), २.४३.६६(वसु - मोहिनी संवाद में गङ्गा दशहरा स्तोत्र), २.७३(ताण्डव नृत्य के दर्शन पर जैमिनि - कृत शिव स्तोत्र), पद्म १.३३(राम कृत अजगन्ध शिव स्तोत्र), १.४३(तारक वध हेतु देवों द्वारा ब्रह्मा के लिए कृत स्तोत्र), १.४४.१०९(वीरक - कृत पार्वती स्तोत्र), १.४६(अन्धक द्वारा पराजय पर शिव द्वारा कृत सूर्य स्तोत्र), १.६१(शतानन्द कृत तुलसी स्तोत्र), १.६३(गणेश स्तोत्र), १.७५(विष्णु स्तोत्र), १.७८(सूर्य स्तोत्र), २.१९(विष्णु स्तोत्र), २.३२(वासुदेव स्तोत्र), २.८७(कृष्ण शतनाम स्तोत्र), २.९८(विज्वल द्वारा सुबाहु राजा की मुक्ति हेतु पठित वासुदेव स्तोत्र), ३.१५(शिव स्तोत्र), ३.१७(नर्मदा स्तोत्र), ३.२०(शिव स्तोत्र), ३.३५(शङ्कुकर्ण द्वारा शिव आराधना हेतु ब्रह्मपार स्तोत्र), ५.२१(पुरुषोत्तम स्तोत्र), ५.९४(मुनिशर्मा व पांच प्रेतों के संदर्भ में पापशमन स्तोत्र), ५.१००, ६.२२(गङ्गा, यमुना, प्रयाग, काशी, गया स्तोत्र), ६.३३(दशरथ कृत शनि स्तोत्र), ६.७३(रामरक्षा स्तोत्र), ६.७६(ब्रह्मा द्वारा राम के लिए पठित आभ्युदयिक व और्ध्वदेहिक स्तोत्र), ६.७८(अपामार्जन स्तोत्र), ६.९८(विष्णु स्तोत्र), ६.१०४(आदिमाया स्तोत्र), ६.१२८.२२२(देवद्युति कृत विष्णु स्तोत्र), ६.१५९(अनिरुद्ध - कृत कोटराक्षी देवी स्तोत्र), ६.२२१(हरिहर स्तोत्र), ६.२५४(राम स्तोत्र), ७.७(धर्मस्व द्वारा पठित गङ्गा स्तोत्र), ७.१७.१९३(भद्रतनु कृत विष्णु स्तोत्र), ७.१९(विष्णु स्तोत्र), ब्रह्म १.६९(कण्डु मुनि - कृत ब्रह्मपार स्तोत्र), २.६(गङ्गा अवतरण प्रसंग में गौतम - कृत शिव स्तोत्र), २.५३(राम द्वारा गौतमी गङ्गा में स्नान से दशरथ की नरक से मुक्ति पर राम - कृत शिव स्तोत्र), २.५९(महाशनि के वध हेतु इन्द्र - कृत शिव स्तोत्र), ब्रह्मवैवर्त्त १.३(धर्म - कृत कृष्ण स्तोत्र), १.३(सरस्वती आदि द्वारा पठित कृष्ण स्तोत्र), १.१८.९(पति उपबर्हण गन्धर्व के जीवित होने पर मालावती द्वारा महापुरुष स्तोत्र का पठन), १.२१(कृष्ण स्तोत्र), २.५(याज्ञवल्क्य - कृत सरस्वती स्तोत्र), २.८(पृथिवी स्तोत्र), २.१०.१३५(गङ्गा स्तोत्र), २.२८(सावित्री - कृत यम स्तोत्र), २.३९(लक्ष्मी स्तोत्र), २.४३(षष्ठी देवी स्तोत्र), २.४४(मङ्गलचण्डी स्तोत्र), २.४६(जरत्कारु की कथा के अन्तर्गत इन्द्र - कृत मनसा देवी स्तोत्र), २.४७(इन्द्र - कृत सुरभि स्तोत्र), २.६६(सुरथ - कृत दुर्गा स्तोत्र), ३.७.१०९(पार्वती - कृत कृष्ण स्तोत्र), ३.१३(विष्णु - कृत गणेश स्तोत्र), ३.१९(सूर्य स्तोत्र), ३.२१(लक्ष्मी स्तोत्र), ३.३२(शिव - कृत कृष्ण स्तोत्र), ३.४४(परशुराम - कृत विष्णु स्तोत्र), ३.४५(दुर्गा स्तोत्र), ४.५(ब्रह्मा द्वारा कृत कृष्ण स्तोत्र), ४.६(ब्रह्मादि द्वारा पठित लक्ष्मीनारायण स्तोत्र), ४.१७.२१७(राधा स्तोत्र), ४.१८.३६(विप्र - पत्नियों द्वारा पठित कृष्ण स्तोत्र), ४.१९(सुरसा - कृत कृष्ण स्तोत्र), ४.२०(ब्रह्मा - कृत कृष्ण स्तोत्र), ४.२१.१४७(नन्द - कृत इन्द्र हेतु स्तोत्र), ४.२२(धेनुकासुर - कृत कृष्ण स्तोत्र), ४.२७(जय दुर्गा स्तोत्र), ४.२७.१७३(जानकी - कृत गौरी स्तोत्र), ४.२९(अष्टावक्र - कृत कृष्ण स्तोत्र), ४.३०.४३(असित - कृत शिव स्तोत्र), ४.३१.६५(मोहिनी - कृत काम स्तोत्र), ४.३७.४०(शंकर - कृत पार्वती स्तोत्र), ४.३८.६५(हिमालय - कृत शिव स्तोत्र), ४.४३.७४(शिव - कृत प्रकृति स्तोत्र), ४.४४.६३(हिमालय - कृत शिव स्तोत्र), ४.४८(ब्रह्मा - कृत शिव स्तोत्र), ४.५१(धन्वन्तरि - कृत मनसा देवी स्तोत्र), ४.५६.७५(देवों द्वारा पठित लक्ष्मी स्तोत्र), ४.५९.१४३(शची - कृत गुरु स्तोत्र), ४.६९(ब्रह्मा - कृत कृष्ण स्तोत्र), ४.७०(अक्रूर - कृत कृष्ण स्तोत्र), ४.८८(शंकर - कृत दुर्गा स्तोत्र), ४.९२.६३(उद्धव - कृत राधा स्तोत्र),४.१०७(भीष्मक - कृत कृष्ण स्तोत्र), ४.११९(बलि - कृत कृष्ण स्तोत्र), ४.१२२(ब्रह्मा - कृत राधा स्तोत्र), ब्रह्माण्ड १.२.२७(शिव के लिङ्ग पतन के पश्चात् ऋषियों द्वारा शिव के लिए कृत स्तोत्र), १.२.३२.६४(स्तोत्रों के चार प्रकार), २.३.३५+ (श्रीकृष्णामृत स्तोत्र), २.३.३६(अगस्त्य द्वारा परशुराम को कृष्ण प्रेमामृत स्तोत्र का कथन), २.३.३७(परशुराम - कृत कृष्ण स्तोत्र), २.३.४३(गणेश के दन्त छेदन की कथा में परशुराम द्वारा पार्वती हेतु पठित स्तोत्र), २.३.७१(कृष्ण जन्म स्तोत्र), २.३.७२.१६२(शिव से विद्या प्राप्ति के पश्चात् शुक्र - कृत शिव स्तोत्र), ३.४.१३(देवों द्वारा ललिता हेतु कृत स्तोत्र), ३.४.३९(ब्रह्मा - कृत कामाक्षी देवी स्तोत्र), भविष्य १.१२३(सूर्य स्तोत्र), ३.४.२५(ब्रह्मा - कृत विष्णु स्तोत्र), भागवत ४.२४(शिव - कृत विष्णु स्तोत्र), ६.४(दक्ष - प्रोक्त हंस गुह्य स्तोत्र), मत्स्य ४७.१२८(धूमपान व्रत की पूर्णता पर शुक्र - कृत शिव स्तोत्र), १४५.५९(स्तोत्रों के चार प्रकार), १८८.६६(बाण द्वारा महादेvव की तोटक छन्द में स्तुति), १९३.४५(भृगु द्वारा शिव की स्तुति हेतु करुणाभ्युदय नामक स्तोत्र), २५०(कालकूट विष पान हेतु देवों व दानवों द्वारा पठित शिव स्तोत्र), मार्कण्डेय २३(अश्वतर - कृत सरस्वती स्तोत्र), ७८(देवों द्वारा कृत सूर्य स्तोत्र), ९६(रुचि - कृत पितर स्तोत्र), ९९(शान्ति द्वारा पठित अग्नि स्तोत्र), १०४(सूर्य की पुत्र रूप में प्राप्ति हेतु अदिति - कृत दिवाकर स्तोत्र), १०६(सप्तर्षियों द्वारा कृत सूर्य स्तोत्र), १०७(विश्वकर्मा - कृत सूर्य स्तोत्र), १०९(ब्राह्मण - कृत भानु स्तोत्र), लिङ्ग १.१८(विष्णु - कृत शिव स्तोत्र), १.२१(ब्रह्मा व विष्णु - कृत शिव स्तोत्र), १.७२.१२२(त्रिपुर दहन के पश्चात् देवों द्वारा कृत शिव स्तोत्र), १.८२(पाप व्यपोहन स्तोत्र), वराह ३(ब्रह्मपार स्तोत्र), ६(पुण्डरीकाक्ष पार स्तोत्र), ७(गदाधर स्तोत्र), ८(विष्णु स्तोत्र),१५(दशावतार स्तोत्र), २०(ब्रह्मपार स्तोत्र), ९५.६९(देवी स्तोत्र), १९८.८(यम स्तोत्र), वामन १४(शिव - प्रोक्त सुप्रभातम् स्तोत्र), १७(विष्णु पञ्जर स्तोत्र), २६(कश्यप - कृत विष्णु स्तोत्र), ८४(गजेन्द्र मोक्ष स्तोत्र), ८५(सारस्वत स्तोत्र), ८५(विष्णु पञ्जर स्तोत्र), ८६(महेश्वर - कृत विष्णु स्तोत्र), ८७(अगस्त्य - कृत विष्णु स्तोत्र), वायु २४.९०(विष्णु व ब्रह्मा - कृत शिव स्तोत्र), ५९.५८(स्तोत्रों के ४ प्रकार), ९७.१६१(विद्या प्राप्ति के पश्चात् शुक्र - कृत शिव स्तोत्र), १०९.२६(गय असुर के निश्चल होने पर ब्रह्मादि - कृत गदाधर/विष्णु स्तोत्र), विष्णु १.४.३१(पृथ्वी के उद्धार पर सनकादि - कृत वराह स्तोत्र), १.९.११७(राज्य प्राप्ति के पश्चात् इन्द्र - कृत श्री स्तोत्र), १.१५.५४(केशव आराधना हेतु कण्डु मुनि - कृत ब्रह्मपार स्तोत्र), ३.१७(देवों द्वारा कृत विष्णु स्तोत्र, विष्णु के विभिन्न नाम), विष्णुधर्मोत्तर १.१२२(देवों द्वारा कृत अग्नि स्तोत्र), १.१२३(देवों द्वारा वायु के लिए पठित स्तोत्र), १.१९५(विष्णु पञ्जर स्तोत्र), १.२३३(शक्र द्वारा स्कन्द हेतु पठित स्तोत्र), १.२३५(शिव - कृत भद्रकाली स्तोत्र), ३.३४४(कश्यप - कृत विष्णु स्तोत्र), ३.३४६(उपरिचर वसु के लिए बृहस्पति - प्रोक्त रक्षा स्तोत्र), ३.३४७(उपरिचर वसु द्वारा वासुदेव के लिए पठित स्तोत्र), ३.३५०(नारद - कृत वासुदेव स्तोत्र), ३.३५५(विष्वक्सेन - कृत मधुसूदन स्तोत्र), ३.३४६(उपरिचर वसु - कृत गरुड स्तोत्र), शिव २.२.६(सन्ध्या - कृत शिव स्तोत्र), २.२.१५(ब्रह्मा व विष्णु - कृत शिव स्तोत्र), ६.११.२२(वामदेव - कृत स्कन्द स्तोत्र), ७.२.३१(पञ्चावरण शिव स्तोत्र), स्कन्द १.२.२२(देवों द्वारा पठित विष्णु स्तोत्र), १.२.६२(विजय विप्र - कृत अपराजिता विद्या स्तोत्र), १.२.६५.५१(भीम - कृत एकानंशा स्तोत्र), २.२.२७(बलभद्र स्तोत्र), २.२.२८(ब्रह्म - कृत नृसिंह स्तोत्र), २.२.२९(दारुदेह स्तोत्र), २.२.३१(पुरुषोत्तम स्तोत्र), २.२.४६(भगवद् स्तोत्र), २.४.५टीका (सुप्रभातम् स्तोत्र), २.४.१६.५(संकष्टनाश स्तोत्र), २.४.२२.२२(त्रिसन्ध्य स्तोत्र), २.५.१६(अधिकार, ४.१.१०.१४०(विश्वानर - प्रोक्त अभिलाषाष्टक स्तोत्र), ४.१.१६.१०१(धूमकण पान के पश्चात् शुक्र द्वारा कृत शिव स्तोत्र),४.१.१७.३४(अङ्गिरस/जीव द्वारा कृत अद: नामक शिव स्तोत्र), ४.१.२५.१०(अगस्त्य - कृत स्कन्द स्तोत्र), ४.१.२७(गङ्गा दशहरा स्तोत्र), ४.१.४९(सूर्य - कृत मङ्गला गौरी अष्टक स्तोत्र), ४.१.४९.५५(सूर्य - कृत शिव - पार्वती स्तोत्र), ४.१.४९.४६(सूर्य - कृत शिव स्तोत्र), ४.२.६३.३०(जैगीषव्य द्वारा शिव स्तोत्र), ४.२.९५.५६(व्यास द्वारा शिव हेतु कृत व्यासाष्टक स्तोत्र), ५.१.३३(कृष्ण कृत सूर्य स्तोत्र, सूर्य के १०८ नाम), ५.१.६४(भैरवाष्टक स्तोत्र), ५.२.२६(सोम द्वारा क्षय से मुक्ति हेतु सोमेश्वर स्तोत्र), ५.२.७२.२३, ५.३.१२.१६, ५.३.६०.२४(ऋषियों द्वारा कृत नर्मदा स्तोत्र), ५.३.९७.१०२(व्यास - कृत नर्मदा स्तोत्र), ५.३.१८१.४३, ५.३.१८६.१५, ७.१.२२(चन्द्रमा - कृत शिव स्तोत्र), ६.२५८(शिव - कृत सुरभि स्तोत्र), ७.१.३८(कपर्दी स्तोत्र), ७.१.१३१(ध्रुव - कृत शिव स्तोत्र), ७.१.२९०(कुबेर - कृत सोमनाथ स्तोत्र), हरिवंश २.१०९(बलराम द्वारा प्रद्युम्न को आह्निक स्तोत्र का कथन), २.१२०(अनिरुद्ध - कृत कोटवती देवी स्तोत्र), २.१२५(मार्कण्डेय - कृत हरिहर स्तोत्र), ३.७२.६३(नारद द्वारा बलि को प्रदत्त मोक्षविंशक स्तोत्र), ३.९०(शिव द्वारा कृष्ण हेतु पठित स्तोत्र), ५.४(सन्तान गोपाल स्तोत्र), महाभारत आश्वमेधिक २५.१४(प्राण स्तोत्र और अपान शस्त्र होने का उल्लेख), वा.रामायण ६.१०५(अगस्त्य द्वारा राम हेतु पठित आदित्य ह्रदय स्तोत्र), लक्ष्मीनारायण १.४१.१(पितृ स्तोत्र), १.४२(सूर्य - कृत मानस सूर्य/हरि स्तोत्र),१.३७०, १.४५६.२६(लोपामुद्रा द्वारा पठित महालक्ष्मी स्तोत्र), २.२६.६६(सुप्रभातम् स्तोत्र), २.६०.५३(उदय राजा द्वारा विराट् रूप के दर्शन पर कृष्ण स्तोत्र), २.६१.३६(लोमश - प्रोक्त कृष्ण रक्षा स्तोत्र), २.६२.३९(रोगी जन द्वारा स्वास्थ्य लाभ पर कृष्ण स्तोत्र), ३.५७, ३.१०९(ब्रह्मशर स्तोत्र), ३.१०९.१(विभिन्न प्रकार के तपों के पश्चात् स्तोत्र द्वारा प्राप्त फलों का कथन), ३.१६७(अक्षनाश हेतु स्तोत्र), ४.५५(कृष्ण स्तोत्र ), ४.८५, द्र. विष्णुस्तोत्र stotra
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